गव्यर्षी नितेशभाई ओझा
यह महाराष्ट्र के सांगली से है. आज तक सबसे अधिक पंचगव्य प्रशिक्षण देने का अनुभव. मराठी, हिंदी, अंग्रेजी पर प्रभुत्व. नए संशोधन और भारतीय पारंपरिक चिकित्सा में प्रभुत्व. भारत भर में व्याख्यानों के माध्यम से जनजागरण. काफी पुरस्कारों से सम्मानित.